Japanese Lifestyle : जापानियों की लम्बी उम्र का राज़ हिंदी मे : Live Long Of Japanese : Matka : Satta Matka : Matka result : Madhur day Matka : Kalyan Chart : Milan Matka : Matka guessing
जापानी लोग इतनी लम्बी उम्र तक कैसे जीते हैं. उनकी ज्यादा उम्र तक जीने का राज
जापानी लोग दूसरे देशों की तुलना में ज्यादा जीवन जीते है.जापान के लोगों की एवरेज उम्र 84 साल की होती है.
जबकि भारत के लोगों की एवरेज उम्र 68 साल होती है. विश्व की सबसे ज्यादा बुजुर्ग लोग भी जापान में है यहां तक कि जापान की सबसे बुजुर्ग रिकॉर्ड होल्डर "मसाज़ो नोनाका" भी जापान से ही थे. जिनकी उमर 113 साल थी.
कुछ समय पहले मेलबर्न यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा एक सर्वे किया गया, जिसमें जापान में 50,000 से ज्यादा लोग 100 साल के ऊपर है.
जापान दुनिया का सबसे कम मोटापे वाले देश भी है. यह सचिव को देखकर हम लोग अक्सर यह सवाल करते हैं. जापान के लोग कैसे जीते उनकी उम्र और स्वास्थ्य इनती अच्छी कैसे होती है.
नई टेक्नोलॉजी को खराब हेल्थ के लिए जिम्मेदार माना जाता है. पर यही जापान में उल्टा है. वहां लोग टेक्नोलॉजी का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. तब भी वह इतना अच्छा हेल्थी जीवन कैसे जीते है इस बारे में बात करेंगे.
ऐसे कुछ कारण मैं आपको बताऊंगा इस समय यह. पता चलेगा जापानी लोगों इतनी ज्यादा उम्र तक कैसे जीते और उनके अच्छे स्वास्थ्य का कारण क्या है.
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साफ सफाई का ध्यान रखना :
जापानी सिंटो वादी है सिम तो बाद में साफ-सफाई को प्राथमिकता दी गई है.
जापानी लोग गर्मी में लगभग दो बार नहाते है. इसी तरह जापान में ज्यादातर जगह पर पब्लिक बाथरूम भी बने है.
जापान के लोग जरा सी भी गंदगी नहीं होने देते जापान देश की गिनती दुनिया के साफ सूद्र देशों में होती है.
अगर जापानी लोग अपना देश छोड़कर दूसरे देश में भी जाते हैं. तो अपने देश के छाप छोड़ जाते हैं क्योंकि वह दूसरे देश में भी साफ सफाई कर आते है.
इसी तरह वह अपने देश का नाम रोशन करते है जापानी लोग बहुत ज्यादा देशभक्त होते है.
जापानी लोग इसी वजह से बीमार कम पड़ते हैं. इसी तरह जापानी स्कूलों में भी बच्चों को पहले से साफ सफाई के बारे में बताया जाता है. साफ सफाई की वजह से वो कई बीमारी से बचते और उनकी हेल्थ अच्छी रहती है.
रेडियो वर्कआउट :
रेडियो वर्कआउट जापान का एक तरह का सुबह का योगा है. यह वर्कआउट में लोग रेडियो की म्यूजिक की धुन में और उसके दिशा निर्देश अनुसार एक्सरसाइज करते हैं.
यह रेडियो वर्कआउट को जापानी लोगों ने एक रिवाज की तरह स्वीकार कर लिया है. इस वर्क आउट की शुरुआत अमेरिका से हुई थी जिसे बाद में जापान ने स्वीकार कर लिया है.
घर से बाहर रहना :
जापानी लोग खुश रहने के लिए और अपनी अच्छी हेल्थ के लिए जाने जाते हैं. इसलिए वह घर में कम रहते हैं. और बाहर ज्यादा रहते है.
अगर उन्हें किसी से मिलना भी हो तो वह उसे बहार बुलाते हैं उसकी एक वजह उनके घरों का छोटा होना भी है.
पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ज्यादा इस्तेमाल :
जापानी लोग अपनी खुद की गाड़ी से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट और साइकिल का इस्तेमाल करते हैं. जापानी लोग अपने बच्चों बचपन से ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट और साइकिल चलाने की शिक्षा देते हैं.
यह भी एक कारण है. इससे जापानी लोग खूब सेहतमंद रहते वहां के बच्चे ज्यादातर स्कूलों में साइकिल पर ही जाते, और ज्यादातर जापानी लोगों को पैदल चलने की आदत होती है.
जापानियों का खानपान :
लंबी उम्र के लिए सबसे इंपोर्टेंट चीज की बात करें तो खानपान की होता है. अगर जापानी की खानपान की बात करें तो काफी ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है उनके खाने मे.
वेज खाना हो या नॉन वेज खाना इन सब खानों में आपको समुद्री चीजों का ज्यादा इस्तेमाल दिखेगा जापानी लोग समुद्री मच्छी और समुद्री सब्जी खाने में बहुत इस्तेमाल करते हैं.
जापानी लोग रेड मीट से ज्यादा बचते है. वह समुद्री खान पान पर ही ज्यादा ट्रस्ट करते है. वह लोग दूध का और दूध से बनी हुई चीजों का बहुत कम इस्तेमाल करते हैं.
दुनिया की सबसे ज्यादा मछली खाने वाले देशों में जापान का स्थान प्रथम है.
जापान के लोग घऊ से बनी रोटी और मैदे का इस्तेमाल बहुत कम करते हैं. वहां के लोग ब्रेड का इस्तेमाल नहीं करते वह सब चीजें की जगह चावल का इस्तेमाल करते हैं.
चावल क्योंकि मनुष्य की पाचन प्रक्रिया में बहुत आसानी से पच जाता है.
जरूरत से कम खाना :
" हारा हाचि बू " जापान में एक प्रथा है. यह प्रथा का मतलब यह होता है. कि हमें अपने भूक का 80% ही खाना खाना है.
जापानी लोग इस चीज को भी अपनी अच्छी सेहत का राज बता ते है
खाना खाने का अलग तरीका :
जापानी लोग खाने के लिए छोटी प्लेट, बाउल और चोपस्टिक का इस्तेमाल करते हैं. यही इनके खाने की खास बात है.
यह किसी को भी भोजन छोटी प्लेट और बाउल ही देते है. एक प्लेट में एक ही चीज रखते जिससे खाने में समय ज्यादा लगता है.
और चॉपस्टिक से कम खाना उठाता है इसलिए वह कम खाना खाते हैं. यह भी एक उनकी अच्छी सेहत का राज है.
समय पर खाना :
जापानी लोग निर्धारित समय पर ही खाना खाते है. वह दिन में तीन बार खाना खाते हैं.
जिसमें नाश्ता सुबह 8:00 से 9:00 के बीच करते है लंच 12:00 से 1:00 के बीच ओर डिनर 6:00 बजे से 8:00 बजे के बीच कर लेते हैं.
इस तरह वह लोग खाने का टाइम निर्धारित करते हैं
खाना पकाने का अलग तरीका :
जापानी लोग खाने को बहुत अलग तरीके से बनाते हैं.जैसे हमारे भारत में तली हुई चीजें ज्यादा खाई जाती है. जापानी लोग तली हुई चीजें को बहुत कम खाते हैं.
जापान में खाना भाफ से बनता है. जापानी लोग भापा हुवा खाना ज्यादा खाते हैं.
कोई भी खाना जो भाफ से बनाहो उस खाने के पोषक तत्व बरकरार रहते है और उसका स्वाद भी बरकरार रहता है.
ग्रीन टी का ज्यादा इस्तेमाल :
आप जब किसी फिटनेस कोच से पूछो कि मुझे वजन कम करना है. तो क्या करूं तो आपको एक ही जवाब देगा आप ग्रीन टी का इस्तेमाल करो.
जापानी लोग ग्रीन टी का इस्तेमाल बहुत ही ज्यादा मात्रा मे करते है. इससे उनकी सेहत बहुत अच्छी रहती है और वह ज्यादा जीवन जीते है
ज्यादातर चलना या खड़े रहना :
खाने के बाद सबसे ज्यादा ध्यान जापानी लोग अपने खाने को पाचन करने में लगा ते है. वह ज्यादा चलना खड़े रहना पसंद करते हैं.
चाहे स्कूल हो या कॉलेज हो या ऑफिस वह सब जगह पर चलकर जाना या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं.
वह अपने आप को पूरे दिन में काम में व्यस्त रखते हैं जिससे उनकी ज्यादा केलरी जलती है.
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